हरदोली गाव 31 तारिक को पुरा खाली हो गया 6 से 7 ही लोग गाव मे रुक गये l जो सबको दिलासा दे रहे थे, हिम्मत दे रहे थे आप जाओ हम है, ईस्से ही तो पता चलता है गाव मे आपदा आनेपर गाव एकजूट हुआ कही लोग अलग कि खुशी जाहीर कर रहे थे । तो कही पूर ऐसा भयंकर जो 94 के उपर चला गया था । कूच लोग अपने रिस्तेदार के घर चले गये, तो कूच विर्सी, आदर्श कॉलेज और सिंधीभवन वडसा में गए थे।
मोबाइल रिपोर्टर के अनुसार
ब्रम्हपुरी अधीकारिओसे नाराज,
पर ऐक खामोशी लोगो मे दिखाई दि, हम ब्रम्हपुरी तालुका निवासी होकर भी हमे इन्होने अंदेखा कर दिया । बस एकही विचार सब लोगो मे दिखाई दिया, क्या ये नेतागिरी बस अपनेलीये वोटिंग तक ही, बादमे हम तुम अलग. क्या फायदा ऐसी वोटिंग कर्णेका, अब निवडणूक आने पर क्या करे और क्या नही क्या उंसे येही प्रश्ण पूछे कि, तुम अलग हम अलग है क्या।
फिलहाल आज दिनांक 1 सप्टेंबर हरदोली नगर वासी वापस अपने गाव आये है। सब लोग खूष दिखाई दिये, सभी लोगो ने राहत कि सास ली, बस बाते ही बाते कर रहे, 94 का बाप आया इसबार लेकिन यार ऐक ऐसा नजारा हमने अपने जिंदगीमे पेहली बार देखा , हम 2020 कभी नही भूलने वाले शायद ये साल इतिहास के पन्ने पर छप जाये।
मोबाईल इंटरनेट कि खबर से पता चला,
MP और नागपूर से धरण द्वारा गोसीखुर्द धरण मे छोडा गया पानी गोसीखुर्द कंट्रोल मे रखणे के लिये पाणीका बहोत ज्यादा विसर्ग नदी बडी होणे कि वजह से वैनगंगा नदी पात्र मे छोडा गया । नदी किनारे बसे सभी गाव पानी कि चपेट आये अधिकारी जागरूक थे जो सभी लोगो को सुरक्षित जगाह पहुचा दिया ।
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