भंडारा जिले के लोगो को जागरुप्त किया जाता है की भंडारा जिले मे प्लास्टिक का इस्तेमाल का स्थर ज्यादा हो रहा है, इसी के साथ लोगोने प्लास्टिक के कचरे को नदी, नालो और मंदीर रो तक फेला रहे है।
प्लास्टिक के कचरे की संख्या २००१-१७ तक कॉफी कम थी, लेकिन २०१८-२१ तक प्लास्टिक का कचरा ज्यादा पेमाने पर बड चुका है।
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भंडारा मे तालुकाओ के गाओ और शहरो मे प्लास्टिक का कचरा जीधर - उधर फैला मीलेगा, जब की भंडारा जिले से पहेले चंद्रपूर जिले मे सबसे ज्यादा प्लास्टिक का कचारा था लेकीन अभिके समय नही है ।
लोगोकी यह बुरी तरह से आदत बन चुकी है , की वो प्लास्टिक का कचरा कही पर भी फेक देते हे और कचरा साफ करणे के लिये दुसरो पर निर्भर कूच्छ ज्यादा हि हो चुके हैं।
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आपसभसे निविदन की आप कचरा ना फेलये , नाही प्लास्टिक का कचरा नदी, नालो या मंदीर के आस पास फेलाये , प्लास्टिक का कचरा नालो मे फेलानेसे बरिस के मोसम मे सभी लोगो को दिक्कत का सामना करना पड सक्ता है।
कृपया अपणी नागरिकता बरते ।
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