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कम्पार्टमेंट नंबर 179 मैं आरटी 1 बाघ आखिरकार गिरफ्तार |
Chandrapur Live: केंद्रीय चंद्रपुर वन विभाग राजुरा, विरूर स्टेशन और धाबा वनक्षेत्र में लगभग दस किसान और खेतिहर मजदूर मारे गए और आरटी 1 बाघ जो कि वन विभाग के लिए जेरी लाया था, आखिरकार वन विभाग की नई संरचना में पाया गया है। इसलिए वन विभाग सहित यहां के नागरिकों ने राहत की सांस ली है।
राजुरा तालुका में सीधी गाँव से 1.5 किमी की दूरी पर कम्पार्टमेंट नंबर 179 मैं आरटी 1 वाघ 27 अक्टूबर को शाम 5 बजे रेलवे पुल के पास धारा से पानी पीने के लिए आया था। उस समय वन विभाग ने जाल बिछाकर यहां पहले ही जाल बिछा दिया था, जाल मैं अटक गया। फिर बाघ को एक बिंदी से बेहोश कर दिया गया और उसे लोहे की सीढ़ी पर कैद कर दिया गया।
वहां से उन्हें राजुरा लाया गया। बाघ के पुल के पास पाए जाने की खबर सुनकर, सिंधी, नलपदी, मूर्ति,विरूर में घटना को लेकर ग्रामीणों की भीड़ देखने को मिली है। आतंक के साये में पल रहे नागरिकों ने कुछ समय बाद खुशी जाहिर की।
पिछले दो वर्षों में, बाघ ने राजुरा और गोंडपिंपरी इन दोनों तालुका मैं प्रचड़ दशहत निर्माण की गयी थी। इसके बाद बाघ करीब दस पीड़ित को मारने के बाद, नागरिक नाराज हो गए और क्षेत्र में कई आंदोलन हुए। बाघ की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नागरिकों, किसानों, सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों ने आंदोलन किया। ग्रामीण इलाकों में जीवन पूरी तरह से अराजक था। कोई भी खेतों में काम करने को तैयार नहीं था।