लाड़ज गाव कि हालत गंभीर रूप में दिखाई पढ़े ( 29, 30, 31 अगस्त और 1 सितंबर 2020) |
Chandrapur News: 29, 30, 31 अगस्त और 1 सितंबर 2020 को वैनगंगा नदी में बाढ़ के कारण पूरे खेत और गाँव में बाढ़ का पानी घुस गया था। इस लाडज गाँव के आसपास की, दरड़ गिरने की वजहसे दरड़ किनारे लगत सभी घरो मैं जाना अब जीवन के लिए खतरा पैदा होने लगा है।
लाड़ज गांव की पुरस्थिति देखने के बाद केवल 100 से कम घरोकिहि तलाठी / निधि के द्वारा नोंद की गयी है। हालांकि यह भयानक महापुर था जिसमे गांव के सभी घरो मैं वैनगंगा नदी का पानी घुसा था, घरके अंदर का रखा हुआ अनाज और इतर सामान पूरी तरह से ख़राब हुआ है।
जबकि तलाठी और अन्य ग्रामपंचायत के कार्यकर्ता होनेके बावजूद इतनी बड़ी गलती कैसे हुयी उन्हें ? क्या केवल 100 ही घरोका भारि नुकसान हुआ है, और अन्य बचे हुए सभी घरोका कुछ भी नुक़सान नहीं हुआ था क्या ?
मोबाइल रिपोर्टर ब्रम्हपुरी (सूत्र ) : गांव की सही तरह से तलाठी द्वारा पुरस्थिति नोंद नही हुयी। नोंद करते समय गांव के सरपंच /उपसरपंच उपस्थित नहीं थे। गांव की पुरस्थिति नोंद फिर कोनसे कार्यकर्ता के मौजुदी मैं हुयी है।
जनता के पॉइंट्स: जब पूरा गांव पानी मैं समाया था ? तो नोंद की गयी कैसे ! जिसके घरोंमें पानी गया था क्या उसे निधि मिली क्या ? जीवित जनावर मारे गए, जानवरो की निधि मैं नोंद गयी थी क्या ?
लाड़ज गांव मैं 1250 ते 1350 घरोमे वैनगंगा नदी का पानी घुस गया था, फिर 100 से कम घरो की नोंद की गयी है। जनता का कहना है की, अनाज,सामान,रहने की बेड्स,और इतर सब सामन ख़राब होचुका है।
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घरोकि जाँच करते समय निधि की टीमने क्या देखा? केवल 100 घरोका नुक़सान हुआ नहीं था बल्कि गांव का 80% ते 90% नुकसान हुआ है। जब इतना भयानक नुकसान था तो टीम ने कैसे फर्जी नोंद की क्या ? तलाठी द्वारा जो जाँच की केवल चुनिंदा लोगोके घरोकि की है, ग़रीब परिवार का घर टूट गया, पानी घुसकर भारी नुकसान हुआ इस बाब की जांच क्यों नहीं हुयी ?
जनता के मत: लाडज गांव की निधि दुबारा होनी चाहिए क्योकि हर घर मैं पानी गुसा था फिर 100 ही घरोकि निधि द्वारा नोंद की गयी। इसीलिए गांव की जनता यह चाहती है की, सभी घरोकि निधि द्वारा फिरसे नोंद की जाये और उन्हें आर्थिक मदद मिले ताकि वह अपना कुछ समय पेठ भर सखे।